Save Hindu Religion

Tuesday, October 1, 2013

About hypnotism

What is hypnotising? Is it possible ? Who can hypnotise ?


Hypnotising is in fact mind controll.We simply can controll othes mind by using differrent sadhanas .Our param pujiya gurudev Shree shree Nikhilesworanada maharaj Dr.Naryan datta shremali have written several books like "Hypnotism","100 ways to practise hypnotism".The book "hypnotism is the encylopedia in which we ,sadhak cam practise and perform the hypnotism.Different yantra and mantra are also used while doing hypnotism but among them one of the best way is to practise "Aantar man siddhi".By which we sadhak can achieve huge sucess in hpnotism .its a nearly one month sadhana and we can get all knowledge from the book.
                                                                                                Taking about hpnotism "parad mudrika" is one of the excellent yantra which simply hpnotise other and i am the one who have these experience .The "parad" is one of the purest and it is made solid by differnent parad sanskar .mentioned by param pujiya gurudev "Gorakhnath",a founder of mantra ,tantra and yantra in this kaliyug.The first one is the book second is parad mudrika and third one is the mohini malla.We will be further providing knowledge about this..






             हिप्नोटिक शक्ति 


मानब मे एक बिसेस प्रकार कि उर्जा और चुमबिक्य शक्ति हे और एस शक्ति के मध्यम से हि मानब ईत्नआ रहस्मय बन स्क हे .हिप्नोटिक शक्ति के मुख्य केन्द्र मनुष्य कि आँखे और उआङ्ग्लिय के सिर होता हे
उदहारण हे के लिए आप आपने सिर के बाल तोड कर लटका दिज्ये ,इस बात के ध्यान होना चैहिये कि उआस पर हावा के प्रवाब से हिल सके आब आप आपने दाहिने हात कि किसी वि उंगली को उस बल के सिर के पास धीरे धीरे ले जहिये आप देखेंगे कि कुच दुरी रहेने पर बल किच कर उंगली से चिपक जता हे ठिक उसी प्रकार ,जिस प्रकार से चुम्बक कि लोहे कि किल को आपने और किचता हे.

जाब बेक्ती आपने किसी प्रिये क चिन्तन कर्ता हे या उसके बारे मे सोचता हे तो उसका सर सरिर मे एक बिसेस चुम्बकिये बिद्धुत से प्रवबित होने लगत हे और उसके अर सरिर मे झनझनहत  सी दौड जति हे ,ये झंझानाहात विधुत क बेग हे .कै बार हाथ्यो कि उंग्लियो मे ये झनझनात अनुव्हब  होता हे,
हम कै बार द्देखते है कि किसी प्रेमिका को जब आचानक उसका प्रेमी दिखई दे जता हे तो उसके चेहेरे लाल हो जति हे और आँखो मे ललाई सी छा जति हे ,जो दुसरे को बर्बस आप्नी और आकर्सित कार्ति  हे कोइ वि मादाकिसी वि नर को आकर्सित कर्ने के लिए इसी चुम्बकिये शक्ति क सहर लेती हे ,इसी प्रकार जब कोइ पुरुस किसी नारी को आकर्षित कर्ने कि सोचता हे तो उसके सरिर से एक बिसेस प्रकार कि चुमब्किये शक्ति पैदा हो जाति हे और उस समय उसका सारा सरिर एक बिसेस प्रकार आकर्षण से उक्त हो जता हे .  
एक छोटे  प्रयोग से मे आप्नी बात को स्पस्ट कर्ण चौङ्ग ,किसी सोस्थ्य बेक्ती को देख कर आप गम्बिरता से आपने हात कि उंगली को उसके लालट के पास या उसके सिर के पास ले जेए और धीरे धीरे गोल गोल घुमैये ,दो मिनेट मे बाद येदि आप उसे पुछेंगे तो वो बतायेगा कि उसके सिर मे दर्द हो रहा हे,कै बार तो आप के पुछ्ने से पहले वो सिर दर्द बाट देता हे ,ये सिर दर्द आपके द्वारा उंगली के सिर से चुम्बकिये विधुत निकला कर उसके लालट पर या सिर पर प्रकार कर्ने कि वोजहा से होने लगत हे .
किसी -किसी बेक्ती के सरिर मे ये चुम्बक्ये शक्ति जयद होती हे ,फल्स्वोरूप ,वो लोगो मे ज्यादा लोकप्रिय होता हे ,जिसमे ये शक्ति जयद होती हे ,उसे पूर्ण पुरुस kaha जता हे.

जाब बेक्ती आपने किसी प्रिये क चिन्तन कर्ता हे या उसके बारे मे सोचता हे तो उसका सर सरिर मे एक बिसेस चुम्बकिये बिद्धुत से प्रवबित होने लगत हे और उसके अर सरिर मे झनझनहत  सी दौड जति हे ,ये झंझानाहात विधुत क बेग हे .कै बार हाथ्यो कि उंग्लियो मे ये झनझनात अनुव्हब  होता हे,
हम कै बार द्देखते है कि किसी प्रेमिका को जब आचानक उसका प्रेमी दिखई दे जता हे तो उसके चेहेरे लाल हो जति हे और आँखो मे ललाई सी छा जति हे ,जो दुसरे को बर्बस आप्नी और आकर्सित कार्ति  हे कोइ वि मादाकिसी वि नर को आकर्सित कर्ने के लिए इसी चुम्बकिये शक्ति क सहर लेती हे ,इसी प्रकार जब कोइ पुरुस किसी नारी को आकर्षित कर्ने कि सोचता हे तो उसके सरिर से एक बिसेस प्रकार कि चुमब्किये शक्ति पैदा हो जाति हे और उस समय उसका सारा सरिर एक बिसेस प्रकार आकर्षण से उक्त हो जता हे .


Too be continued..



No comments:

Post a Comment